त्रिदिवसीय प्रेक्षाध्यान शिविर का आयोजन

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त्रिदिवसीय प्रेक्षाध्यान शिविर का आयोजन

दिवेर।
मुनि संजय कुमार जी, मुनि प्रकाश कुमार जी, मुनि धैर्य कुमार जी एवं मुनि सिद्धप्रज्ञ जी के सान्निध्य एवं निर्देशन में त्रिदिवसीय प्रेक्षाध्यान शिविर का शुभारंभ हुआ। इस शिविर का आयोजन तेरापंथ सभा एवं महिला मंडल, दिवेर ने किया। शिविर के प्रायोजक समस्त चंडालिया परिवार रहा। मुनि संजय कुमार जी ने कहा कि स्वयं सत्य खोजना प्रेक्षाध्यान का उद्देश्य है, सत्य की खोज मनुष्य की मौलिक सफलता है, चित्त की निर्मलता ध्यान का स्वतंत्र अस्तित्व है।
मुनि प्रकाश कुमार जी ने कहा कि प्रेक्षा का अर्थ है-देखना। देखना हमारा स्वभाव है, बिना राग-द्वेष के देखना प्रेक्षा है शरीर में बहुत बड़ी संपदा है, उसका समाधान प्रेक्षाध्यान से हो सकता है। मुनि धैर्य कुमार जी ने भाव क्रिया के ऊपर प्रकाश डालते हुए कहा कि भाव क्रिया से हम सफलता प्राप्त कर सके हैं। मुनि सिद्धप्रज्ञ जी ने शिविर का संचालन करते हुए कहा कि प्रेक्षाध्यान अपने आपको देखने, जानने और बदलने की मनोवैज्ञानिक पद्धति है। मुनि प्रकाश कुमार जी एवं मुनि धैर्य कुमार जी ने गमन योग का प्रयोग करवाया। शिविर की व्यवस्था में तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुरेश श्रीमाल, मंत्री बाबूलाल लोढ़ा, महिला मंडल मंत्री, लक्ष्मीदेवी सियाल एवं शिविर का संचालन में अनेक लोगों का सराहनीय सहयोग रहा।