प्रेक्षाध्यान शिविर का आयोजन
सिकंदराबाद।
तेरापंथ सभा के तत्त्वावधान में साध्वी त्रिशला कुमारी जी सान्निध्य में ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के अवसर पर प्रेक्षाध्यान का आयोजन किया गया। शिविर का विषय था-‘कैसे हम अपने को सुखी एवं स्वस्थ रखें’ प्रथम सत्र में योग का सघन प्रशिक्षण दिया गया। थायराइड और सर्वाइकल को दूर करने के प्रयोग साध्वी कल्पयशा जी ने बताए। साध्वीश्री जी ने कहा कि योग हमें केवल निरोग भी नहीं करता है, बल्कि हमारी कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है। दूसरे सत्र में साध्वी रश्मिप्रभा जी ने अनित्य अनुप्रेक्षा का प्रयोग करवाते हुए कहा कि यदि आप आसक्ति को कम करना चाहते हैं और वैराग्य को बढ़ाना चाहते हैं तो अनित्सय अनुप्रेक्षा एक बहुत ही कारगर उपाय है।
साध्वी कल्पयशा जी ने कहा कि आज का व्यक्ति जितना दुनिया के बारे में जानता है, उतना ही अपने आपसे अनजान है। जब हम एक अंगुली दूसरे की ओर करते हैं तो तीन अंगुलियाँ हमें प्रेरित करती हैं कि जितना हम दूसरों को देखते हैं, उससे 3 गुना अधिक अपने आपको देखें। साध्वीश्री जी ने कहा कि सबसे पहले अपने विचारों को देखें, अपने श्वास को देखें। श्वास को देखते-देखते एक दिन ऐसा भी आएगा कि हम आत्म-साक्षात्कार की भूमिका तक पहुँच जाएँगे। चौथे सत्र में कायोत्सर्ग का प्रयोग करवाया गया। साध्वी संपत्तिप्रभा जी ने जप, योग का प्रयोग करवाया। साध्वी कल्पयशा जी व साध्वी रश्मिप्रभा जी ने स्वस्थ रहने के टिप्स बताए। नविता नाहटा ने प्रेक्षाध्यान की प्रारंभिक जानकारी दी।
शिविर के सफलतम आयोजन में सभा के सहमंत्री धर्मेन्द्र चोरड़िया, हुक्मीचंद कोटेचा, निर्मल बैंगाणी, महेंद्र सुराणा, अरिहंत गुजरानी, प्रकाश दफ्तरी, खुशहाल भंसाली आदि ने योगदान दिया। शिविर में लगभग 70 भाई-बहनों ने भाग लिया।