द पॉवर ऑफ पॉजिटिविटी शिल्पशाला

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द पॉवर ऑफ पॉजिटिविटी शिल्पशाला

साहूकारपेट, चेन्नई।
अभातेममं के निर्देशानुसार तेममं के तत्त्वावधान में ‘द पॉवर शिल्पशाला कार्यशाला’ का आयोजन हुआ। कार्यशाला का शुभारंभ सामूहिक नमस्कार महामंत्र से हुआ। नारी लोक का वाचन अध्यक्षा पुष्पा हिरण ने किया। प्रेरणा गीत का संगान महिला मंडल बहनों द्वारा हुआ। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन सहमंत्री कंचन भंडारी ने किया। अध्यक्षा पुष्पा हिरण ने सभी का स्वागत करते हुए सकारात्मक एवं नकारात्मक दृष्टिकोण के विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपासक संतोष रांका को आमंत्रित किया गया।
मुख्य वक्ता उपासक संतोष रांका ने ‘द पॉवर ऑफ पॉजिटिविटी’ विषय पर वक्तव्य में सकारात्मक एवं नकारात्मक विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जो चीजें हमें डिस्टर्ब करती हैं, वह नेगेटिव हैं, मिथ्या ज्ञान है। हर परिस्थिति को स्वीकार करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। सकारात्मक दृष्टिकोण का विकास कैसे हो, इस विषय पर अनेक उदाहरण के माध्यम से समझाया। जो विचार हमें तकलीफ देते हैं, डिस्टर्ब करते हैं, वह हिंसा है, उसी को नेगेटिविटी कहा गया है। अहंकार विलय के लिए जैन धर्म के अनेक प्रयोग बताए। कार्यक्रम का संचालन मंत्री रीमा सिंघवी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सहमंत्री लता पारख ने दिया। इस अवसर पर परामर्शक सूरज मूथा, पदाधिकारीगण एवं कार्यसमिति सदस्य का सहयोग रहा।