आचार्य भिक्षु चरमोत्सव

संस्थाएं

आचार्य भिक्षु चरमोत्सव

चंडीगढ़
धर्म आपसी सद्भावना एवं एकता का प्रतीक है, क्योंकि किसी धर्म विशेष को मानने वाले लोग एक ही प्रकार की जीवन पद्धति का पालन करते हैं। धर्म या मजहब अपने अनुयायियों को एकता के सूत्र में पिरोकर रखने का कार्य भी करता है। ये शब्द मनीषी संत मुनि विनय कुमार जी ‘आलोक’ ने धर्म सद्भावना सम्मेलन और 219वें आचार्य भिक्षु चरम कल्याण दिवस पर अणुव्रत भवन में व्यक्‍त किए।
कार्यक्रम में मुनि अभय कुमार जी, पूज्यवाद त्रिदंडी स्वामी भक्‍ति विचार विष्णु महाराज, अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय चैतन्य गौडिया मठ, स0 न्याब सिंह चेयरमैन चंडीगढ़ समुह गुरुद्वारा प्रबंधक, कन्हैया दास ब्रह्मचारी, नरेंद्र ब्रह्मचारी, जसबीर सिंह वेरका सेक्टर-8 के मुख ग्रंथी आदि श्रावक-श्राविकाएँ सम्मिलित थे। शांता चोपड़ा, चंद्रकला सेठिया व सरिता बोथरा बहनों और प्रज्ञा जैन के गीत से कार्यक्रम आरंभ हुआ। कार्यक्रम का संचालन सलील जैन ने किया।